
पीएम श्री स्कूल योजना क्या है?
पीएम श्री स्कूल योजना एक केंद्रीय प्रायोजित योजना है, जिसे शिक्षक दिवस 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉन्च किया था। इस योजना के तहत केंद्र, राज्य, केंद्र शासित प्रदेशों, केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS), नवोदय विद्यालय समिति (JNV), और स्थानीय निकायों द्वारा संचालित स्कूलों को चुना जाएगा। इन स्कूलों को आधुनिक बुनियादी ढांचे, नवीन शिक्षण पद्धतियों, और समग्र विकास पर केंद्रित शिक्षा प्रणाली के साथ मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा।
इस योजना का लक्ष्य 18 लाख से अधिक छात्रों को लाभ पहुंचाना और भारत को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति के रूप में स्थापित करना है। यह योजना 2022-23 से 2026-27 तक चलेगी, जिसमें केंद्र और राज्य सरकारें 75:25 के अनुपात में (पूर्वोत्तर राज्यों के लिए 90:10) वित्तीय योगदान देंगी।
पीएम श्री स्कूल के प्रमुख लाभ
1. आधुनिक बुनियादी ढांचा और तकनीक
पीएम श्री स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, कंप्यूटर लैब, एकीकृत विज्ञान और व्यावसायिक प्रयोगशालाएं, और अटल टिंकरिंग लैब जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए ई-लर्निंग संसाधन, डिजिटल पुस्तकालय, और इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान की जाएगी।
2. समग्र और अनुभवात्मक शिक्षा
ये स्कूल NEP 2020 के दृष्टिकोण को लागू करेंगे, जिसमें अनुभवात्मक, पूछताछ-आधारित, और शिक्षार्थी-केंद्रित शिक्षण पद्धतियों पर जोर दिया जाएगा। संचार, सहयोग, और आलोचनात्मक सोच जैसे कौशलों को विकसित करने पर ध्यान दिया जाएगा।
3. कैरियर और कौशल विकास
पीएम श्री स्कूल स्थानीय उद्योगों और सेक्टर स्किल काउंसिल के साथ साझेदारी करेंगे, जिससे छात्रों को व्यावसायिक प्रशिक्षण और इंटर्नशिप के अवसर मिलेंगे। इससे उन्हें रोजगार और उद्यमिता के लिए बेहतर तैयार किया जाएगा।
4. पर्यावरण-अनुकूल पहल
स्कूलों में जल संरक्षण, अपशिष्ट पुनर्चक्रण, सौर ऊर्जा, और जैविक खेती जैसे पर्यावरण-अनुकूल उपायों को बढ़ावा दिया जाएगा। यह छात्रों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करेगा।
5. समावेशी और सुरक्षित वातावरण
ये स्कूल लैंगिक समानता, समावेशिता, और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देंगे। विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए विशेष सुविधाएं और प्रशिक्षित शिक्षक उपलब्ध होंगे।
6. गुणवत्ता मूल्यांकन
स्कूल क्वालिटी असेसमेंट फ्रेमवर्क (SQAF) के तहत नियमित मूल्यांकन होगा, जो शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रखेगा और स्कूलों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाएगा।
पीएम श्री स्कूल का भविष्य
1. मॉडल स्कूल के रूप में स्थापना
पीएम श्री स्कूल अपने क्षेत्र में मॉडल स्कूल के रूप में उभरेंगे और अन्य स्कूलों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेंगे। ये स्कूल NEP 2020 के कार्यान्वयन को प्रदर्शित करेंगे और शिक्षा प्रणाली में नवाचार को बढ़ावा देंगे।
2. रोजगार और उद्यमिता के अवसर
स्थानीय उद्यमी पारिस्थितिकी तंत्र और उच्च शिक्षा संस्थानों के साथ सहयोग से छात्रों को नौकरी और स्टार्टअप के अवसर मिलेंगे। यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा और रोजगार के बीच की खाई को पाटने में मदद करेगी।
3. शिक्षा में तकनीकी क्रांति
डिजिटल लर्निंग और स्मार्ट क्लासरूम के उपयोग से छात्रों को भविष्य की तकनीकी चुनौतियों के लिए तैयार किया जाएगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कोडिंग, और डेटा एनालिटिक्स जैसे विषयों को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
4. दीर्घकालिक प्रभाव
2026-27 के बाद, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इन स्कूलों के मानकों को बनाए रखने की जिम्मेदारी दी जाएगी। यदि यह योजना प्रभावी ढंग से लागू हुई, तो यह भारत की शिक्षा प्रणाली को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगी।
5. चुनौतियां और समाधान
कुछ राज्यों, जैसे पंजाब, दिल्ली, और पश्चिम बंगाल, ने शुरू में इस योजना में भाग लेने में अनिच्छा दिखाई थी। हालांकि, हाल ही में दिल्ली और पंजाब ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, जो योजना के विस्तार को दर्शाता है। बुनियादी ढांचे के विकास और शिक्षक प्रशिक्षण में समय और निवेश की आवश्यकता होगी, लेकिन दीर्घकाल में यह योजना शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है।

पीएम श्री स्कूल का महत्व
पीएम श्री स्कूल योजना भारत की शिक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल शैक्षणिक शिक्षा को बेहतर बनाएगी, बल्कि छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करेगी। यह योजना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता में समानता लाने का प्रयास करती है। इसके अलावा, यह योजना भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के सरकार के दृष्टिकोण को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
निष्कर्ष
पीएम श्री स्कूल योजना भारत की शिक्षा प्रणाली को आधुनिक, समावेशी, और भविष्योन्मुखी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके तहत प्रदान की जाने वाली सुविधाएं, जैसे स्मार्ट क्लासरूम, व्यावसायिक प्रशिक्षण, और पर्यावरण-अनुकूल पहल, छात्रों को न केवल शैक्षणिक रूप से सशक्त बनाएंगी, बल्कि उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी भी बनाएंगी। यदि इस योजना को प्रभावी ढंग से लागू किया गया, तो यह भारत को वैश्विक शिक्षा केंद्र बनाने में महत्वपूर्ण योग इति।
अधिक जानकारी के लिए, आप आधिकारिक वेबसाइट https://pmshri.education.gov.in पर जा सकते हैं।