कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में प्रवेश चालू 2025-2026

कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (KGBV) क्या है ?   

KGBV योजना अगस्त 2004 में भारत सरकार द्वारा शुरू की गई थी। यह सर्व शिक्षा अभियान (Sarva Shiksha Abhiyan) के तहत संचालित होती है और इसका मुख्य लक्ष्य अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC), अल्पसंख्यक समुदायों और गरीबी रेखा से नीचे (BPL) के परिवारों की लड़कियों को शिक्षा प्रदान करना है। यह योजना उन क्षेत्रों में लागू की जाती है जो शैक्षिक रूप से पिछड़े हैं (Educationally Backward Blocks – EBBs), जहां ग्रामीण क्षेत्रों में महिला साक्षरता राष्ट्रीय औसत से कम है।

KGBV के मुख्य उद्देश्य

  1. लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना: ग्रामीण और वंचित समुदायों में लड़कियों के लिए प्राथमिक और माध्यमिक स्तर पर शिक्षा सुनिश्चित करना।
  2. लैंगिक असमानता को कम करना: – लड़कियों और लड़कों के बीच शिक्षा में मौजूद अंतर को खत्म करना, विशेष रूप से उच्च प्राथमिक स्तर पर।
  3. आवासीय सुविधा प्रदान करना :- लड़कियों के लिए सुरक्षित और निःशुल्क आवासीय स्कूल स्थापित करना, ताकि वे बिना किसी बाधा के पढ़ाई कर सकें।
  4. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा :- SC, ST, OBC, अल्पसंख्यक और BPL परिवारों की लड़कियों को कक्षा 6 से 12 तक शिक्षा प्रदान करना, ताकि वे प्राथमिक से माध्यमिक स्तर तक की पढ़ाई पूरी कर सकें

KGBV की विशेषताएं

  1. आवासीय स्कूल :- ये स्कूल पूरी तरह आवासीय हैं, जहां लड़कियों को निःशुल्क शिक्षा, आवास, भोजन, किताबें, और अन्य आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
  2. लक्षित समूह:- कम से कम 75% सीटें SC, ST, OBC और अल्पसंख्यक समुदायों की लड़कियों के लिए आरक्षित होती हैं, जबकि शेष 25% सीटें BPL परिवारों की लड़कियों के लिए प्राथमिकता के आधार पर दी जाती हैं।
  3. शैक्षिक स्तर :- शुरू में ये स्कूल कक्षा 6 से 8 तक के लिए थे, लेकिन अब समग्र शिक्षा योजना के तहत इन्हें कक्षा 12 तक विस्तारित किया गया है।
  4. शैक्षिक रूप से पिछड़े क्षेत्रों पर ध्यान:- KGBV स्कूल उन ब्लॉकों में स्थापित किए जाते हैं जहां ग्रामीण महिला साक्षरता राष्ट्रीय औसत (46.13%, 2001 जनगणना) से कम और लैंगिक साक्षरता का अंतर राष्ट्रीय औसत (21.59%, 2001 जनगणना) से अधिक है।
  5. निःशुल्क सुविधाएं :- शिक्षा, आवास, भोजन, यूनिफॉर्म, किताबें और स्टेशनरी पूरी तरह निःशुल्क होती हैं।

 

KGBV की उपलब्धियां

बिहार में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (KGBV) के तहत छात्राओं को शिक्षा और अन्य सुविधाएं निःशुल्क प्रदान की जाती हैं। हालांकि, KGBV योजना के तहत सीधे तौर पर कोई नकद छात्रवृत्ति (scholarship) प्रदान नहीं की जाती है, लेकिन छात्राओं को उनकी शिक्षा और जीवनयापन से संबंधित सभी खर्चों को कवर करने वाली व्यापक सुविधाएं दी जाती हैं। इसके अतिरिक्त, कुछ मामलों में केंद्र और राज्य सरकार की अन्य छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ KGBV छात्राओं को मिल सकता है। नीचे बिहार KGBV में छात्राओं को मिलने वाली सुविधाओं और संभावित छात्रवृत्ति के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है:

  1. KGBV में छात्राओं को मिलने वाली सुविधाएं

KGBV स्कूल पूरी तरह आवासीय हैं, और छात्राओं को निम्नलिखित निःशुल्क सुविधाएं प्रदान की जाती हैं:

शैक्षिक सुविधाएं

निःशुल्क शिक्षा :- कक्षा 6 से 12 तक की पढ़ाई पूरी तरह मुफ्त है। इसमें कोई ट्यूशन फीस या  अन्य शैक्षिक शुल्क नहीं लिया जाता।

पुस्तकें और स्टेशनरी :- सभी पाठ्यपुस्तकें, नोटबुक, पेन, पेंसिल और अन्य स्टेशनरी सामग्री मुफ्त दी जाती है।

यूनिफॉर्म  :- स्कूल यूनिफॉर्म, जूते, और अन्य आवश्यक कपड़े मुफ्त प्रदान किए जाते हैं।

स्मार्ट क्लास और तकनीकी सुविधाएं :- कुछ KGBV स्कूलों में “ज्ञानकुंज” जैसे स्मार्ट क्लासरूम और कंप्यूटर लैब की सुविधा उपलब्ध है, जहां ई-कंटेंट और इंटरनेट के माध्यम से पढ़ाई कराई जाती है।

विशेष कोचिंग :- विज्ञान, गणित, और अन्य विषयों में अतिरिक्त कोचिंग दी जाती है, खासकर माध्यमिक स्तर की छात्राओं के लिए।

पढ़ाई के लिए विशेष कार्यक्रम :-

मिशन विद्या :- कमजोर प्रदर्शन करने वाली छात्राओं (प्रिया बालिका) को विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है।

शैक्षिक भ्रमण :- ज्ञानवर्धन के लिए शैक्षिक यात्राएं आयोजित की जाती हैं।

 

आवासीय सुविधाएं

निःशुल्क आवास :- छात्राओं के लिए सुरक्षित और सुसज्जित हॉस्टल की व्यवस्था है।

भोजन :- पौष्टिक भोजन (नाश्ता, दोपहर का भोजन, रात का खाना) मुफ्त प्रदान किया जाता है। भोजन की गुणवत्ता की निगरानी के लिए आहार विशेषज्ञों की सलाह ली जाती है।

बिस्तर और अन्य सामग्री :- बेड, कंबल, बेडशीट, ट्रंक बॉक्स, बर्तन, प्लेट, गिलास आदि मुफ्त दिए जाते हैं।

स्वच्छता सुविधाएं :- सैनिटरी नैपकिन की उपलब्धता, इलेक्ट्रिक इंसीनरेटर (सैनिटरी नैपकिन के सुरक्षित निपटान के लिए), और वेंडिंग मशीनें कुछ स्कूलों में उपलब्ध हैं।

स्वास्थ्य और स्वच्छता

चिकित्सा सुविधाएं :- प्रत्येक तिमाही में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) के डॉक्टरों द्वारा स्वास्थ्य जांच की जाती है।

आयरन-फोलिक टैबलेट :- सप्ताह में दो बार सभी छात्राओं को आयरन-फोलिक टैबलेट दी जाती है ताकि एनीमिया से बचाव हो।

मासिक धर्म स्वच्छता :- छात्राओं को मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता के बारे में जागरूक किया जाता है, और उनकी मासिक धर्म चक्र का रिकॉर्ड रखा जाता है।

स्वास्थ्य समिति :- कम वजन और एनीमिया से पीड़ित छात्राओं के लिए विशेष आहार और देखभाल की व्यवस्था की जाती है।

 

सुरक्षा

सीसीटीवी और महिला कर्मचारी :- स्कूलों में सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, और केवल महिला कर्मचारी (शिक्षक, वार्डन, रसोइया आदि) नियुक्त की जाती हैं।

रात में चौकीदारी :- महिला चौकीदार या गृह रक्षक (होम गार्ड) नियुक्त की जाती हैं।

बालिका सशक्तिकरण क्लब :- छात्राओं को छेड़छाड़, दुर्व्यवहार, या जोखिम भरे व्यवहार की रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु क्लब बनाए गए हैं।

आत्मरक्षा प्रशिक्षण :- रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण (मार्शल आर्ट्स) के माध्यम से छात्राओं में आत्मविश्वास और सुरक्षा की भावना विकसित की जाती है।

अन्य गतिविधियां

प्रतियोगिताएं :- विज्ञान मेला, निबंध लेखन, वक्तृत्व, चित्रकला, रंगोली, योग, और खेल प्रतियोगिताओं में भागीदारी।

करियर मार्गदर्शन:- कुछ स्कूलों में पोस्ट-ग्रेजुएट कॉन्ट्रैक्ट रेजिडेंशियल टीचर्स (PGCRT) और कॉन्ट्रैक्ट रेजिडेंशियल टीचर्स (CRT) द्वारा करियर गाइडेंस प्रशिक्षण दिया जाता है।

पूर्व छात्राओं के लिए समर्थन :- “बड़ी बात” जैसे कार्यक्रमों के तहत पूर्व छात्राओं को प्रोत्साहन और मार्गदर्शन दिया जाता है।

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